कब है Diwali ,narak chaturdashi, dhanteras, govardhan puja, bhai dhooj जानिये shubh muhurat, tithi और mahatv
भारत मे हर साल की तरह इस साल भी दीपावली यानी Diwali बड़े ही धूम-धाम से मनाने वाले है। हाल ही मे कुछ दिन पहेले ही दुर्गा पूजा ही समाप्त हुआ है और फिर दिवाली की जोरो से तैयारियां शुरू हो गयी है। भारत मे हम बात करे तो दिवाली एक तरह से हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है और बहुत ही धूम धाम से इस त्यौहार को मनाया जाता है।
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दीपावली का अर्थ समझे-meaning of Deepawali
आईए कुछ अर्थ जान लेते है दिवाली के बारे मे दिवाली यानी दीपावली का अर्थ दो शब्दों से पता चलता jiहै जैसे दीप का मतलब रोशनी या प्रकाश और अवली का मतलब प्रकाश यानी रोशनी जो एक ही पंक्ति मे एक साथ होना जिसे हम सब दीपावली के नाम से जानते है।
दिवाली का त्योहार बहुत ही उत्साह भरा त्योहार है। ये दीपावली का त्योहार पूरे पांच दिनों तक मनाया जाता लेकिन दिवाली का पांचवा दिन सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है इस दिन सभी लोग द्वारा उत्साह के साथ पुरा वातावरण खुशीयों से भरा हुआ होता है।
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दिवाली पर्व का महत्व - significance of Diwali festival
हिन्दू धर्मो के अनुसार पुराणों मे यह बात कही गयी है जब भगवान श्री राम ने रावण को विनाश करके अयोध्या वापस आये तो अयोध्या के लोगों द्वारा उनके आने पर लोगो ने दीप जलाकर भगवान श्री राम का बहुत ही सम्मान के साथ उनको दीप जलाकर स्वागत किया गया। उस वक्त से ही हर साल दीपावली त्योहार मनाने का आरंभ हुआ और दिवाली को पूर्ण रूप से त्योहार के रूप मे मनाने लगे।
दिवाली का दिन बहुत ही शुभ दिन माना जाता है इस दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी के लिए पूजा का निर्माण किया जाता है। दिवाली मे सभी लोग अपने-अपने घरों की अच्छे से साफ-सफाई करते और पूरे घर को दीपों और लाइट से सजाया जाता है। दिवाली मे दीपों को जलाने का इलावा बहुत सारे लोग अपने घर के मुख्य दरवाजे या फिर आंगन मे रंगोली बनाकर सजाया करते है और फिर मां लक्ष्मी के आने का पुरी तरह से स्वागत करते है।
दिवाली का त्योहार दीप(दिये),लाइट और पटाखों का त्योहार होता है इस दिन घरो को बहुत ही सुंदर तरीके से सजाय जाता है और फिर भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है और फिर पूजा के समाप्ति के बाद खील और बतासे का प्रसाद बांटकर सभी लोग एक दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं देते है। दिवाली का त्योहार का लाइट और पटाखों द्वारा बहुत ही धूमधाम के साथ सभी एक दूसरे के साथ मिलकर पटाखे जलाकर दिवाली का पुरा आनंद लेते है।
दिवाली का दिन बहुत ही शुभ दिन माना जाता है क्योंकी लोग अपने धन और पैसों की पूजा करते है। दिवाली का दिन बहुत सी चीजों पर मान्यताओं होती ऐसा मानना है कि धन की पूजा करने पर कभी भी धन की कमी नहीं होगी और हमेशा माता लक्ष्मी की घर पर वास रहता है जिससे धन की कभी कमी नहीं होती है।
दिवाली कब है- When is Diwali
हर साल की तरह इस साल भी दिवाली का त्यौहार आने का सबको इंतेजार है। हाल ही मे कुछ दिन पहेले ही दशहरे यानी दुर्गा पूजा का त्यौहार समाप्त है और लोगो मे अभी तक दिवाली की थिति को लेकर लोगो मे कन्फ्यूज़न सी बनी हुई है क्योंकी दिवाली की अब ज्यादा दिन नहीं है और ये त्यौहार पूरे पांच दिनों तक चलता है । आज हम वो सभी तिथियां को लेकर जानकारी दे रहे है जिससे आप बिना भ्रम मे और बिना भूले तारीख से दिवाली और अन्य त्यौहार का आनंद ले सकेंगे।
दिवाली इस बार नवम्बर के महीने मे 14 तारीख
से मनाई जाएगी । 14 नवम्बर को छोटी दिवाली और बड़ी दिवाली एक साथ मनाई जाएगी। 14 नवंबर के दिन दोपहर 2:00 बज के 18 मिनट से अमावस्या शुरू होगी।दोपहर 2:00 बज के 19 मिनट से लेकर दूसरे दिन 15 नवंबर को दिन 10 बज के 36 मिनट तक रहेगी।
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दिवाली 2020 मे पूजा का शुभ समय-Auspicious time of worship in Diwali
लक्ष्मी पूजा का समय: 14 नवंबर : शाम 5:28 से शाम 7:24 तक
प्रदोष काल का सही समय:14 नवंबर :शाम 5:28 से रात 8:07 तक
वृषभ काल का सही समय : 14 नवंबर :शाम 5:28 से रात 7:24 तक
दिवाली कब है और शुभ समय : 14 नवम्बर 2020
लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त :18:01 से 20:04
नरक चतुर्दशी कब है और शुभ मुहूर्त 2020-When is narak chaturdashi and auspicious time
दिवाली और narak chaturdashi एक ही दिन मे 14 नवंबर को इस त्योहार को मनाया जाएगा। नरक चतुर्दशी इसलिए मनाया जाता क्योंकी इस दिन सुबह जल्दी स्नान करना होता है और शाम के समय दीप दान किया जाता है। यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है। स्नान करने का सही समय 5:23 मिनट से सुबह 6:43 मिनट तक रहता है। नरक चतुर्दशी को हमलोग छोटी दीवाली के नाम से भी जानते है। नरक चतुर्दशी का शुभ मुहूर्त 13 नवंबर को शाम 05:59 से लेकर 14 नवंबर को दोपहर 02:17 मे समाप्त होगा ।
धनतेरस कब है और शुभ मुहूर्त 2020-When is Dhanteras and auspicious time
Happy Dhanteras 2020
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दिवाली के एक दिन पहले 13 नवंबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा। dhanteras इसलिए मनाया जाता क्योंकी इस दिन भगवान धनवंतरि की पूजा की जाता है। इस दिन ज्यादातर लोग बर्तन व चांदी का आभूषण खरीदते है क्योंकी इस दिन आभूषण खरीदने का शुभ दिन होता है। 13 नवंबर को धनतेरस का शुभ मुहूर्त 6:01 से शुरू और 8:33 पर समाप्त किया जाएगा।
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गोवर्धन पूजा कब है और शुभ मुहूर्त 2020-When is Govardhan Pooja and auspicious time
धनतेरस के एक दिन बाद 14 नवंबर को गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जाएगा।Govardhan Pooja इसलिए मनाया जाता क्योंकी इस दिन इंद्रदेव के घंमड को भगवान श्री कृष्ण ने विनाश किया था और इस तरह गोवर्धन पूजा की शुरूवात हुई। 14 नवंबर को गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 3:50 से शुरू और शाम 6:14 पर समाप्त किया जाएगा। इस साल गोवर्धन पूजा का त्योहार दिवाली के चौथे दिन मनाया जाएगा।
भाई दूज कब है और शुभ मुहूर्त 2020-when is Bhai dhooj and auspicious time
इस बार Bhai dhooj का त्योहार 16 नवंबर को भाई दूज का त्योहार मनाया जाएगा।भाई दूज इसलिए मनाया जाता क्योंकी भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई के लिए लम्बी उम्र की प्रार्थना करती है और माथे पर टीका लगाती है। 16 नवंबर को भाई दूज पूजा का शुभ मुहूर्त 1:31 से शुरू और 3:40 पर समाप्त होगा।
इस दीवाली और प्रमुख त्योहार मे आपके घर-परिवार मे खुशियां लाए। हमने यहाँ पर diwali कब है,Dhanteras,narak chaturdashi,Govardhan Pooja और Bhai dhooj त्योहारों की तिथि,पूजा करने का समय,shubh Muharat और इन त्योहारों का क्या महत्व है सभी के बारे मे जानकारी दी गयी है।
आप सभी को इस शुभ दीवाली और अन्य त्योहारों की बहुत-बहुत शुभकामनाएं!



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